PM Kisan 17th installment: इस तारीख के बाद आएंगे किसानों के खाते में 17वीं किस्त के 2000 रूपये, जानें बड़ा अपडेट

PM Kisan Samman Nidhi 17th installment latest update: केंद्र सरकार द्वारा देश के करीब 11 करोड़ किसानों के खाते में हर चार महीने में दो हजार और साल भर में 6 हजार रुपए डाले जाते हैं।

पीएम सम्मान निधि की राशि अब तक 16 किस्त किसानों के खाते में डाले जा चुके हैं। अब किसानों को 17वीं किस्त का इंतजार है।

बता दें कि लोकसभा चुनाव के माहौल में देश के करोड़ों किसानों को पीएम-किसान सम्मान निधि स्कीम की 17वीं किस्त का इंतजार है। किसान यह जानना चाहता है कि आखिर कब तक 17वीं किस्त के पैसे बैंक अकाउंट में आएंगे। तो हम आपको स्पस्ट कर देना चाहते हैं कि 17वीं किस्त के पैसे इस बार जून के महीने में आएंगे।

4 जून के बाद कभी भी आ सकती है 17वीं किस्त

PM-Kisan Samman Nidhi 17th installment latest update बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम की घोषणा के बाद पीएम-किसान सम्मान निधि योजना की 17वीं किस्त आ सकती है। जैसा कि आपको मालुम है कि 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे की घोषणा की जाएगी। जिससे साफ है कि 4 जून के बाद कभी भी 17वीं किस्त आ सकती है। हालांकि, इसका आधिकारिक ऐलान पहले कर दिया जाएगा, संभव है कि आचार संहिता में इसका ऐलान भी नहीं किया जाए।

बता दें कि फरवरी के अंतिम तारीख को प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र के यवतमाल से पीएम-किसान योजना की 16वीं किस्त जारी की थी। इस योजना से अब तक 3 लाख करोड़ रुपये वितरित होकर 11 करोड़ से अधिक पात्र किसान परिवारों को लाभ हो चुका है। इसमें से 1.75 लाख करोड़ रुपये अकेले पात्र किसानों को केवल कोविड अवधि के दौरान दिए गए, ये वो वक्त था जब उन्हें नकद लाभ की सबसे अधिक जरूरत थी।

क्या है पीएम किसान योजना जानें ?

PM-Kisan Samman Nidhi 17th installment latest update आपको बता दें कि भारत सरकार ने फरवरी 2019 को किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) शुरू की। योजना के अंतर्गत पात्र किसान परिवारों को 6000/- रुपये प्रति वर्ष का लाभ दिया जाता है। यह लाभ 2000/- रुपये तीन समान किस्तों में, हर चार महीने में प्रदान किया जाता है। आधुनिक डिजिटल तकनीक का उपयोग करके प्रत्यक्ष लाभ अंतरण माध्यम से लाभ सीधे पात्र लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता है। सरकार के मुताबिक हर चार लाभार्थियों में से कम से कम एक महिला किसान है। इसके अलावा 85 प्रतिशत से अधिक छोटे और सीमांत किसान इस योजना के अंतर्गत लाभ ले रहे हैं।