दिवाली के दिन माता लक्ष्मी भगवान गणेश की एक साथ पूजा की जाती है. इस साल 12 नवंबर को दिवाली मनायी जाएगी. इस बार दिवाली की लक्ष्मी पूजा सौभाग्य योग स्वाती नक्षत्र में होगी.
पूजा का शुभ मुहूर्त शाम के समय का आप अगर निशिता मुहूर्त में लक्ष्मी पूजन करना चाहते हैं तो ये देर रात में है. दिवाली की रात आपको कितने दीपक जलाने चाहिए दिये प्रज्वलित करते समय आपको किस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए ये सब हम आपको बताएंगे. साथ ही लक्ष्मी जी कथा जिसके बिना दिवाली पूजा अधूरी है माता लक्ष्मी गणेश की आरती भी इस दिन की जाती है. ये सारी जानकारी आप एक साथ ले लें ताकि दिवाली के दिन पूजा करने में आपको किसी तरह की कोई समस्या ना हो.दिवाली पर लक्ष्मी पूजन की सामग्री1) माता लक्ष्मी भगवान गणेश की प्रतिमा2) कुमुकम3_रोली4) सुपारी5) नारियल6) अक्षत (चावल)7) अशोक या आम के पत्ते8) हल्दी9) दीप-धूप10) कर्पूर11) रूई12) मिटटी के दीपक पीतल का दीपक13) कलावा14) दही15) शहद16) गंगाजल17) फूल18) फल19) गेहूं-जौ20) दूर्वा21) सिंदूर-चंदन22) पंचामृत23) बताशे24) खील25) लाल वस्त्र26) चौकी27) कमल गट्टे की माला28) कलश29) शंख30) थाली31) चांदी का सिक्का32) बैठने के लिए आसन33) प्रसाद34) दियेLakshmi Ganesh Pauranik Katha: दिवाली पर माता लक्ष्मी के साथ क्यों करते हैं गणेश जी की पूजा, जानें इनका रिश्ताऐसे करें माता लक्ष्मी की पूजा की तैयारीदिवाली के दिन सबसे पहले आप सुबह उठकर घर की अच्छे से साफ सफाई करके स्नान करें. माता लक्ष्मी साफ घर में ही वास करती हैं. स्नानादि के बाद घर के मंदिर में माता लक्ष्मी भगवान गणेश के सामने दीपक जगाएं.शाम के समय पूजा करने से पहले अपने पूरे घर में गंगाजल छिड़क कर शुद्धिकरण करें. ध्यान रखें कि चप्पलों को रेक में ढककर रखें इन्हें इधर-उधर बिखरा ना छोड़ें.उसके बाद एक चौकी रखें चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं. कपड़े के बीच में एक मुट्ठी गेहूं रखें गेहूं के ऊपर जल से भरा हुआ एक कलश स्थापित करें. अब कलश के अंदर एक सिक्का, सुपारी, गेंदे का फूल अक्षत डालें.कलश पर आम या अशोक के पांच पत्ते भी लगाएं. अब कलश को एक छोटी सी थाली से ढंके जिसके ऊपर चावल रख दें.इसके बाद आप कलश के बगल में चौकी पर हल्दी से चौक बनाएं उस पर माता लक्ष्मी गणेश जी की प्रतिमा रख दें. बस इस बात का ध्यान रखें कि मां लक्ष्मी के दाहिने ओर गणेश जी की प्रतिमा रखें.अब एक थाली में हल्दी, कुमकुम अक्षत रखें साथ ही दीप भी प्रज्ज्वलित करके रखें.दिवाली के दिन ऐसे करें माता लक्ष्मी की पूजा
सबसे पहले कलश को तिलक लगाकर पूजा शुरु करें.अपने हाथ में फूल चावल लेकर मां लक्ष्मी का ध्यान करें. भगवान श्रीगणेश मां लक्ष्मी की प्रतिमा पर फूल अक्षत अर्पण करें.अब दोनों प्रतिमाओं को चौकी से उठाकर एक थाली में रखें इन्हें पंचामृत यानि दूध, दही, शहद, तुलसी गंगाजल के मिश्रण से स्नान कराएं.पंचामृत से स्नान करवाने के बाद आप स्वच्छ जल से स्नान कराकर साफ कपड़े से पौछकर वापस चौकी पर विराजित कर दें.स्नान कराने के बाद लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा को टीका लगाएं फिर लक्ष्मी गणेश जी को हार पहनाएं.लक्ष्मी गणेश जी के सामने खीले-खिलौने, बताशे, मिठाइयां फल, पैसे सोने के आभूषण रखें.इसके बाद लक्ष्मी की कथा पढ़ें पूरा परिवार मिलकर गणेश जी लक्ष्मी माता की कथा सुनें फिर गणेश जी की आरती के बाद मां लक्ष्मी की आरती उतारें.दिवाली के दिन कितने दिये जगाएंशास्त्रों के अनुसार मुख्य तौर पर 5 दीपक जलाना दीपावली पर अनिवार्य होता है। इनमें से 1 दिया घर के सबसे ऊंचे स्थान पर, दूसरा दिया घर के रसोई घर में, तीसरा दिया पीने के पानी के पास, चौथा पीपल के पैड़ के पास पांचवा दिया घर के बार मुख्य प्रवेश द्वार पर जिसे यम दीपक भी कहा जाता है।दिवाली के दीये जलाने का मंत्रशुभं करोति कल्याणं आरोग्यम् धनसंपदा। शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोऽस्तु ते।। आप इस मंत्र का उच्चारण करते हुए दिवाली के सारे दीपक एक-एक करके जगाएं. इस दिन आप जितने चाहें उतने दीपक जगा सकते हैं बस एक बात का ध्यान रखें कि संख्या विषम में होनी चाहिए.Religion की ऐसी खबरें पढ़ने के लिए आप visit करें newsnationtv.com/religion(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)