
Jio Recharge: एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और जियो जैसी दूरसंचार कंपनियों ने उनकी परेशानी बढ़ा दी है। अब इन भारतीय टेलीकॉम कंपनियों को अपने यूजर्स को भुगतान करना होगा। कंपनियों को यूजर्स से लिया गया अतिरिक्त चार्ज वापस करना होगा।
दूरसंचार ऑपरेटरों का ऑडिट किया जाएगा जिसके लिए ट्राई द्वारा एक पैनल नियुक्त किया जाएगा। यदि ऑडिट से पता चलता है कि कंपनियां अपने ग्राहकों से अतिरिक्त शुल्क ले रही हैं, तो वे ग्राहकों को पैसा वापस करने के लिए बाध्य होंगे। एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और जियो रिफंड करेंगी ET की रिपोर्ट के मुताबिक, टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई ने एक आदेश जारी किया है। इस हिसाब से अगर ऑडिट में यह साबित हो जाता है कि टेलीकॉम कंपनियों ने अपने यूजर्स से ज्यादा पैसे लिए हैं तो टेलीकॉम कंपनियों को यूजर्स का पैसा रिफंड करना होगा।
ऑडिटर से पर्ची मिलने के 3 महीने के अंदर कंपनियों को पैसा रिफंड करना होगा। रिपोर्ट के अनुसार, 11 सितंबर, 2023 के सेवा गुणवत्ता विनियम, 2023 में ऑडिट का आदेश दिया गया है। अगर टेलीकॉम कंपनियां रिपोर्ट नहीं करती हैं तो उन्हें जुर्माना देना होगा। रिपोर्ट पर लाखों रुपये खर्च करने होंगे। कंपनियां प्रति रिपोर्ट 50 लाख रुपये तक खर्च कर सकती हैं।
TRAI ने ऑडिटर्स के पैनल की सिफारिश की है और टेलिकॉम कंपनियों को अपने अकाउंट ऑडिट का इस्तेमाल करना होगा। ट्राई के अनुसार इस तरह के संवाद में एक सप्ताह से अधिक समय नहीं लगना चाहिए। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑडिटर की रिपोर्ट में ज्यादा वक्त लगने पर कंपनियों को कोई जुर्माना नहीं देना होगा। लागत का बोझ कम हो गया था TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों पर भी बोझ कम किया है।
प्रत्येक LSA ने प्रत्येक वित्तीय वर्ष में ऑडिट की संख्या घटाकर चार कर दी है। प्रत्येक एलएसए को अब कुल चार के बजाय प्रति वर्ष एक ऑडिट करना होगा।