
Eye Sight : आज के डिजिटल युग में, जहां स्क्रीन हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन गई है, हमारी आंखों का स्वास्थ्य खतरे में है. असल में बच्चे और वयस्क दोनों इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के साथ काफी समय बिताते हैं, जिससे कम उम्र में आंख से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती हैं।
दूसरी ओर, एक खराब लाइफस्टाइल और मधुमेह, थायरॉयड जैसी बीमारियों के कारण से आंख की रोशनी से जुड़ी समस्याएं, जैसे- डायबिटिक रेटिनोपैथी, मैक्यूलर एडिमा, मोतियाबिंद और ग्लूकोमा हो सकती हैं. ऐसे में हम आपको यहां पर कुछ योगासन बताने वाले हैं जिससे आपके आंखों की रोशनी बूस्ट होगी।
आंख की रोशनी के लिए योगासन
पाल्मिंग
अपनी हथेलियों को तब तक जोर से रगड़ें जब तक वे गर्म न हो जाएं, और फिर उन्हें धीरे से अपनी बंद पलकों पर रखें. अपने हाथों की गर्माहट को आंखों में सोखने दें, जिससे मांसपेशियों को आराम मिलता है।
ब्लिकिंग
पलकें झपकाने की एक्सरसाइज आसान होने के साथ-साथ असरदार भी है. इसका अभ्यास करने के लिए आपको अपनी आंखें खोलकर आराम से बैठना होगा. लगभग 10 बार तेजी से पलकें झपकाएं और फिर अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करते हुए 20 सेकंड के लिए आराम करते हुए अपनी आंखें बंद कर लें. इसको लगभग 5 बार दोहराएं. पलकें झपकाने के व्यायाम आंखों को चिकनाई देने और लंबे समय तक स्क्रीन पर रहने के कारण होने वाले तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
आई रोटेशन
अपने सिर को हिलाए बिना, अपनी आंखों को प्रत्येक दिशा में 5-10 मिनट के लिए क्लॉकवाइज और फिर काउंटर क्लॉकवाइज घुमाएं. आंखों को घुमाने से आंखों की मांसपेशियों का लचीलापन और रक्त संचार बढ़ता है, जिससे आंखों की रोशनी में सुधार होता है।