
नूंह। जिला प्रशासन ने नूहं के टौरू में अवैध अप्रवासियों की 250 घरों (झोपड़ियों) पर बुलडोजर चला दिया है। इनमें अधिकांश उन लोगों की झोपड़ियां थीं जिन्हें हाल के सांप्रदायिक हिंसा में आरोपी के रूप में नामित किया गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये झोपड़ियाँ पिछले चार वर्षों से एचएसवीपी भूमि पर अवैध अतिक्रमण थीं और कथित तौर पर बांग्लादेश से आए अवैध प्रवासियों द्वारा बसाई गई थीं।
जिला अधिकारियों ने भारी पुलिस बल के साथ आज अभियान चलाया। उन्होंने दावा किया कि झुग्गियां अवैध थीं। पुलिस के सूत्रों ने खुलासा किया कि ताउरू और उसके आसपास पथराव करने वाले और दुकानों और लोगों पर हमला करने वाले अधिकांश अपराधी बस्ती से थे और उन्होंने अपने कृत्यों की तस्वीरें या वीडियो भी साझा किए थे। सीसीटीवी फुटेज और वीडियो के जरिए स्थानीय पुलिस ने उन घरों की पहचान की है जहां से अधिकांश पथराव किया गया था। इसके बाद अवैध अतिक्रमणों पर बुलडोजर चलाया गया।
पुलिस के मुताबिक, इसी तरह के अभियान नलहर गांव सहित सभी स्थानों पर चलाए जाएंगे, जहां हमलावरों ने वीएचपी यात्रा पर हमला किया था और वाहनों को आग लगा दी थी। सूत्रों ने कहा कि नूंह के विभिन्न हिस्सों में अब तक ऐसी 50 से अधिक संपत्तियों की पहचान की गई है। नूंह के एसपी वरुण सिंगला ने कहा, “विध्वंस संबंधित एजेंसियों द्वारा किया गया है और हमने पुलिस सहायता प्रदान की थी।”