
एयर कंडीशनर (AC) गर्मी और उमस के मौसम में ऑफिस, घर और मॉल में लोगों को राहत देता है। एसी में लोगों की जरूरत को ध्यान में रखकर इसका टेंपरेचर सेट करने का ऑप्शन मिलता है, जिसमें आप एसी के टेंपरेचर को न्यूनतम 16 डिग्री और अधिकतम 30 डिग्री तक सेट कर सकते हैं।
क्या आपने सोचा है?
भारत में भंयकर गर्मी पड़ती है फिर भी एसी का टेंपरेचर न्यूनतम 16 डिग्री तक ही क्यों जाता है। अगर आपको लगता है कि ये कंपनियों की मिलीभगत है और वो जानबूझकर 16 डिग्री से नीचे का ऑप्शन नहीं देती हैं तो आप गलत हैं। दरअसल AC कंपनियों का ऐसा करने के पीछे एक बड़ा कारण है, जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
आखिर 16 डिग्री से नीचे क्यों नहीं जाता AC का टेंप्रेचर ?
आपको बता दें कि एयर कंडीशनर में एक इवैपोरेटर होता है जो कूलेंट की मदद से ठंडा होता है। इसके ठंडा होने से ही आपको एयर कंडीशनर से ठंडी हवा मिलती है। आप शायद जानते नहीं होंगे लेकिन 16 डिग्री से नीचे के तापमान पर अगर एयर कंडीशनर को सेट कर दिया जाए तो इवैपोरेटर पर बर्फ जम जाएगी और ये पूरी तरह से खराब हो जाएगा।
दरअसल इवैपोरेटर पर बर्फ जमने का कारण ये है कि इससे निकलने वाले रेफ्रिजरेंट का दबाव बहुत कम है और अगर इसे कम तापमान पर चलाया जाएगा, तो इससे इवैपोरेटर पर बर्फ जम जाती है और ये खराब हो जाएगा। एयर कंडीशनर कंपनियों का बस चलता तो 16 डिग्री से नीचे के तापमान पर भी एयर कंडीशनर को चलाया जा सकता था।
हालांकि, ऐसा करने से ग्राहकों का ही नुकसान होगा. यही वजह है कि एयर कंडीशनर का तापमान 16 डिग्री से नीचे नहीं किया जा सकता है। आपको बता दें कि इस तापमान पर ही कम ही लोग एयर कंडीशनर पर चलाते होंगे क्योंकि कमरों को 20 से 23 डिग्री पर रखकर भी ठीक-ठाक ठंडा किया जा सकता है।