
SDM Salary and Power: एसडीएम ज्योति मौर्या को लेकर सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई है। ऐसे में एसडीएम पद को लेकर खूब चर्चा की जा रही है। क्या आपभी जानते हैं एसडीएम बनने के लिए कितना पढ़ा-लिखा होना चाहिए? कितनी मिलती है सैलरी और क्या होती हैं जिम्मेदारियां? तो आइये जानते हैं SDM का रुतबा ।
एसडीएम का पूरा नाम
पहले तो जान लीजिए कि एसडीएम (SDM) को पूरा नाम सब डिविजनल मजिस्ट्रेट होता है। जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि एसडीएम एक सब डिवीजन लेवल का अधिकारी होता है। एसडीएम की भर्ती UPSC की सिविल सेवा परीक्षा और राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा के जरिए होती है।
कैसे बनें एसडीएम
एसडीएम बनने के लिए पीसीएस की परीक्षा में टॉप रैंक लानी पड़ती है। साथ ही यूपीएससी में भी अच्छे नंबर लाकर एसडीएम बन सकते हैं. यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा या राज्य लोक सेवा आयोग की पीसीएस परीक्षा हो, दोनों के लिए उम्मीदवारों को किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएट होना चाहिए. अभ्यर्थियों को तीन चरणों की परीक्षा से होकर गुजरना पड़ता है. इसमें सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा, फिर मुख्य परीक्षा और इसके बाद इंटरव्यू।
ये मिलती हैं सुविधाएं
एसडीएम का वेतनमान 9300-34800 रुपये और ग्रेड पे 5400 रुपये होता है. एसडीएम की शुरुआती वेतन 56100 रुपये होता है. इसमें कई भत्ते भी जुड़ते हैं. सुविधा की बात करें तो एसडीएम को सरकारी आवास, सुरक्षाकर्मी, घरेलू काम के लिए हेल्पर यानी नौकर, सरकारी वाहन, एक टेलीफोन कनेक्शन, फ्री बिजली, आधिकारिक यात्रा के दौरान आवास की सुविधा, हायर एजुकेशन के लिए अवकाश और रिटायरमेंट के बाद पेंशन जैसी सुविधाएं मिलती हैं।
क्या करना पड़ता है काम
- प्रशासनिक और न्यायिक कार्य देखना
- क्षेत्रीय विवाद निपटाना और आपदा प्रबंधन
- राजस्व कार्याों में भूमि रिकॉर्ड का रख-रखाव
- राजस्व मामलों का संचालन
- सीमांकन और अतिक्रमण जैसे मामलों का निपटारा
- सार्वजनिक भूमि का संरक्षण और भू पंजीकरण
- भारी बारिश से जन-जीवन बेहाल, कई हाइवे और ग्रामीण सड़कें बंद ।