
SDM Jyoti Maurya: पति आलोक मौर्य द्वारा गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद एसडीएम ज्योति मौर्य लगातार विवादों में बनी हुई हैं। सोशल मीडिया पर ज्योति मौर्य की चर्चा हो रही है।
सोशल मीडिया पर अब एक खबर भी तेजी से फैल रही है कि ज्योति मौर्य को सस्पेंड कर दिया गया है। तो कई जगह चल रही है कि ज्योति मौर्य को नौकरी से निकाल दिया गया है। तो चलिए जानते हैं कि क्या सच में एसडीएम ज्योति मौर्य को निलंबित कर दिया गया है?
क्या एसडीएम ज्योति मौर्य को सस्पेंड कर दिया गया?
जी नहीं एसडीएम ज्योति मौर्य (Jyoti Maurya SDM) को सस्पेंड नहीं किया गया है। ज्योति मौर्य को निलंबित करना इतना आसान नहीं है। क्योंकि एक एसडीएम को पद से हटाने के लिए या सस्पेंड करने के लिए पहले जांच बिठाई जाती है। जांच के बाद अगर वह दोषी पाई जाती हैं तो उन्हें निलंबित किया जाता है।
वहीं एसडीएम के पद से उस समय हटाया जा सकता है जब कोई अधिकारी किसी बड़े क्राइम जैसे मर्डर केस में फंस जाता है या उसपर दुष्कर्म का आरोप सिद्ध हो जाता है। इसके अलावा अगर कोई छोटा मोटा भ्रष्टाचार का मामला हो तो निलंबित किया जाता है लेकिन यदि कोई बड़ा भ्रष्टाचार का मामला हो तो फिर नौकरी से बर्खास्त किया जा सकता है।
क्या एसडीएम ज्योति मौर्य को पद से हटाया गया ?
दरअसल, सोशल मीडिया में कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें दिखाया जा रहा है कि एसडीएम ज्योति मौर्य (SDM Jyoti Maurya) को योगी सरकार ने पद से हटा दिया है। लेकिन यह सच्चाई बिल्कुल भी नहीं है। उन्हें अभी तक नौकरी से हटाया नहीं गया है न ही उनके खिलाफ अभी कोई जांच का आदेश दिया गया है।
पीसीएस अधिकारी को कौन बर्खास्त कर सकता है?
पीसीएस अधिकारी को केवल राज्य सरकार ही बर्खास्त कर सकती है। अगर कोई अधिकारी जांच में भ्रष्टाचार को दोषी पाया जाता है या किसी गंभीर अपराध में शामिल पाया जाता है तो इस स्थिति में सेवा से बर्खास्त किया जा सकता है। इसके अलावा कोई पुरुष कर्मचारी दुष्कर्म जैसे मामले में दोषी पाया जाता है तो उसे सेवा से बर्खास्त किया जा सकता है।