
Dengue Bukhar Ke Lakshan: डेंगू का उपचार लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है। इसके लिए, बहुत से मरीज अपने घरों में ही आराम करते हैं। उन्हें प्रतिदिन अधिक तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
बारिश के मौसम में बच्चों, वयस्कों और बुजुर्गों में डेंगू के केस बढ़ जाते है। दरअसल डेंगू, एक वेक्टर जनित बीमारी है जो एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलती है। अगर आप इस बीमारी से बचे रहना चाहते हैं तो आपको फुल बाजू के कपड़े पहनने चाहिए।
इसके अलावा मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए भी आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपके आसपास पानी जमा न हो। आप डेंगू से बचने के लिए मच्छर से बचाव की क्रीम और मच्छरदानी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
खतरनाक है डेंगू बुखार!
Dengue Bukhar Ke Lakshan: डेंगू के मामलों में तेजी से होने वाली ये बढ़ोतरी एक बड़ी समस्या है और काफी चिंताजनक है। डेंगू एक ऐसी समस्या है जिसमे पहली बार संक्रमित होने पर बहुत से लोगों को डेंगू का कोई भी संकेत या लक्षण नहीं होता है। और सिर्फ इतना ही नहीं यह भी संभव है कि जिस व्यक्ति ने पहली बार डेंगू के लक्षणों को खुद में देखा है, वो पहले भी इससे पीड़ित हो चुका हो। दूसरी बार डेंगू होना काफी ज्यादा खतरनाक हो सकता है।
डेंगू के लक्षण – (Dengue Symptoms In Hindi)
Dengue Bukhar Ke Lakshan: डेंगू से बचने के लिए आपको अपनी बॉडी के संकेतों पर खास ध्यान रखना होगा। लक्षणों से ही डेंगू का पता लगता है। डेंगू होने पर आपको बुखार, लगातार सिरदर्द, आंखों में दर्द (पलकों के आसपास), शरीर में दर्द, सूजन और जोड़ों में दर्द का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही आपको यह भी ध्यान रखना होगा की कहीं आपको लगातार उल्टी तो नहीं आ रही। साथ ही मसूड़ों से खून आना, पेट में दर्द होना भी इसके लक्षण हैं। आइए इस विषय में विस्तार से जानते हैं।
अगर आप डेंगू से संक्रमित हैं तो बुखार उसके प्राथमिक संकेतों में से एक है। जब कभी आप डेंगू की चपेट में आते हैं तो सबसे पहले आपको अचानक ही बुखार शुरू होता है और कई दिनों तक लगातार आप बुखार का सामना करते हैं। तेज बुखार के साथ-साथ मरीज को भयंकर सिर दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द और थकान का भी सामना करना पड़ सकता है।यह फ्लू जैसे लक्षण प्रतीत होते हैं, लेकिन अगर आप भी बुखार के साथ इन सभी समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो आपको डेंगू से संबंधित अपनी जांच करा लेनी चाहिए।
जब कभी आप डेंगू वायरस की चपेट में आते हैं तो आपकी बॉडी में एक खास तरह का बदलाव देखने को मिलता है। दरअसल ऐसे में आपके शरीर पर दाने होने लगते हैं। आमतौर पर ये बुखार की शुरुआत के दो से पांच दिन बाद ही दिखाई पड़ते हैं। यह दाने पूरी बॉडी पर भी हो सकते हैं या किसी एक जगह में हो भी सकते हैं। डेंगू से पीड़ित होने पर अक्सर त्वचा पर छोटे, लाल धब्बे या पैच जिन्हे चकत्ता कहा जाता है, वे दिखाई देते हैं। बुखार के दौरान किसी भी असामान्य चकत्ते होने पर आपको समय से डॉक्टर से कंसल्ट कर लेना चाहिए। यह डेंगू का संकेत हो सकते हैं।
इसके अलावा, मरीज को कुछ अन्य लक्षणों का सामना भी करना पड़ सकता है। दरअसल ऐसे समय में आंखों में दर्द होता है। इसके अलावा मतली, उल्टी और नाक या मसूड़ों से हल्का रक्तस्राव भी डेंगू के लक्षणों में शुमार है। गंभीर मामलों में, डेंगू बढ़कर डेंगू रक्तस्रावी बुखार या डेंगू शॉक सिंड्रोम में बदल सकता है, जिसका तुरंत इलाज न किया जाए तो यह जीवन के लिए खतरा हो सकता है।