
झांसी। जिले के बरुआसागर थानान्तर्गत सिनौरा मोहल्ले का है। मानवेंद्र सेन की शादी गुरसरांय में रहने वाली ज्योति के साथ तय हुई थी। घर में शादी की खुशी मनाई जाने लगी। आखिरकार वो दिन भी आया जब दूल्हा अपनी दुल्हन को लेने 6 जून को बरुआसागर स्थित मैरिज हॉल पहुंचा, हर तरफ खुशी का माहौल था।
इसी दौरान दुल्हन ने अपने मुंह बोले पिता और छोटी बहन के साथ एंट्री ली, शादी की सारी रस्में अदा की गई। पहले जयमाला हुई फिर दूल्हा-दुल्हन शादी ने सात फेरे लिए और शादी के बंधन में बंध गए। शादी की सारी रस्में अदा हो गई थी। दू्ल्हा अपनी दुल्हन को साथ ले जाने के लिए उतावला हो रहा था। फिर आया वो समय जिसका बारातियों को इंतजार था।
विदाई को लेकर वर पक्ष तैयारी में लगा हुआ था। तभी ज्योति ने साथ जाने से मना कर दिया। दुल्हन के मुंह से मना सुनते ही हर कोई हैरान रह गया। युवती सुसराल ना जाने की रट लगाते हुए वहां से उठकर चली गई। जब दूल्हे और उसके पिता ने इसका कारण पूछा तो ज्योति के मुंह बोले पिता अनेक त्रिपाठी ने वर पक्ष के सामने तीन चौंकाने वाली शर्त रख दी, जिसे सुनकर किसी को भी अपने कानों पर यकीन नहीं हुआ।
वर पक्ष के सामने रखी ये शर्त
मानवेंद्र और ज्योति कभी भी शारीरिक संबंध नहीं बनाएंगे।
ज्योति अपनी छोटी बहन को अपने साथ ससुराल लेकर जाएगी और उसी के साथ ही अलग कमरे में सोएगी। इसके बाद तीसरी शर्त रखी कि मेरे आने जाने पर परिवार की तरफ से रोक टोक नहीं की जाएगी और जब भी मैं आऊंगा तो मेरे लिए अलग से कमरा होना चाहिए। वर पक्ष पिता की तीनों शर्त सुनकर सकते में आ गया और इन सभी शर्तों को मानने से इनकार कर दिया, जिसके बाद दूल्हन ने दूल्हे के साथ सुसराल जाने से मना कर दिया और वापस अपने घर चली गई।