
आधुनिक या मॉडर्न बनने के चक्कर में इंसान अपने शरीर का ध्यान रखना तक छोड़ दिया है, जिसका परिणाम ये हो रहा है कि लोग कम उम्र में बीमारियों का शिकार होने लगे हैं जो आमतौर पर 50-60 की उम्र पार करने के बाद ही आती हैं।
दरअसल, अक्सर लोग खड़े होकर पानी पीते नजर आते हैं। जो आज एक फैशन जैसा बन गया है। फिर वह गिलास से पानी पी रहे हो या फिर बोतल से, लेकिन उन्हें इसके दुष्परिणाम के बारे में नहीं पता होता। क्योंकि खड़े होकर पानी पीने से उन्हें कई प्रकार की परेशानियां हो सकती हैं। आज हम आपको खड़े होकर पानी पीने से होने वाली परेशानियों के बारे में ही बताने जा रहे हैं। जिन्हें जानकर आप भी खड़े होकर पानी पीना बंद कर देंगे।
घुटने में हो सकती है दर्द की शिकायत
अगर आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो आपको घुटनों में दर्द की शिकायत हो सकती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि खड़े होकर पानी पीने से पानी आपके शरीर से होकर घुटनों की ओर जाता है और वहां जमा हो जाता है। जिसकी वजह से घुटने की हड्डी पर बुरा बुरा असर पड़ता है। इसके साथ ही शरीर के अन्य जोड़ों में भी दर्द की शिकायत हो सकती है।

किडनी पर पड़ता है असर
अगर आप खड़े होकर पानी पीते है तो आपको किडनी से संबंधी परेशानी भी हो सकती हैं। दरअसल, खड़े होकर पानी पीते समय पानी बिना फिल्टर हुए पेट के निचले हिस्से की ओर तेजी से बढ़ता है। इस वजह से पानी में जमा अशुद्धियां पित्ताशय में जमा होने का खतरा रहता है। जो किडनी के लिए नुकसान पहुंचा सकता है।
हो सकती है हर्निया की शिकायत
इसके अलावा खड़े होकर पानी पीने की आदत की वजह से हर्निया की शिकायत हो सकती है। खड़े होकर पानी पीने से पेट के निचले हिस्से में दबाव बनता है। इसकी वजह से पेट के आस-पास के अंगों को नुकसान होने की संभावना होती है।
शरीर से नहीं निकल पाता एसिड
अगर आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो आपके शरीर का एसिड बाहर नहीं निकल पाता, क्योंकि शरीर में एसिड बनना सामान्य बात है, लेकिन खड़े होकर पानी पीने से एसिड शरीर से बाहर नहीं निकल पाता है और शरीर में इसका स्तर बढ़ता जाता है। जबकि बैठ कर और धीरे-धीरे पानी पीने से ख़राब एसिड शरीर से बाहर निकल जाता है।
शरीर में एसिड का स्तर कम होने लगता है। इसके अलावा अपच की समस्या भी खड़े होकर पानी पीने की वजह से हो सकती है। क्योंकि जब पानी बैठ कर पिया जाता है तो मसल्स और नर्वस सिस्टम रिलैक्स हो जाती हैं और पानी आसानी से पच जाता है। साथ ही पानी सही तरीके से पचकर शरीर के सभी सेल्स तक पहुंचता है।