लखनऊ। यूपी निकाय चुनाव को लेकर शासन तेजी से प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अवकाश के दौरान भी निकाय चुनाव संबंधी कार्यों में अधिकारी और कर्मचारी जुटे हैं। बताया जा रहा है कि आरक्षण की अंतिम अधिसूचना पर मिली आपत्तियों को तेजी से निस्तारित करते हुए ये काम पूरा कर लिया गया है। इसके बाद सभी आपत्तियों का मिलान किया जा रहा है, जिससे किसी प्रकार की गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं रहे।
बताया जा रहा है कि ये कार्य पूरा होने के बाद रविवार देर शाम तक आरक्षण की अंतिम अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। इसके बाद सभी 760 नगर निकायों में महापौर और अध्यक्षों के अलावा पार्षदों की सीटों पर चुनाव कराने का प्रस्ताव राज्य निर्वाचन आयोग को भेजा जाएगा। माना जा रहा है कि आयोग सोमवार को चुनाव कार्यक्रम घोषित कर सकता है, जिसके बाद निकाय चुनाव को लेकर सियासी पारा और गरम होने के आसार हैं।
कई सीटों पर देखने को मिलेगा फेरबदल
अंतिम आरक्षण की स्थिति साफ होने के बाद माना जा रहा है कि इसमें कई सीटों पर फेरदबदल देखने को मिलेगा। इसमें सबसे ज्यादा वार्ड प्रभावित हुए हैं। वहीं कुछ नगर पंचायतों में भी अध्यक्ष पद के समीकरण बदले हैं। वहीं बड़े नगर निकायों की सीटों पर आरक्षण का स्वरूप 30 मार्च को जारी आरक्षण की अंतिम अधिसूचना के मुताबिक ही रहने की संभावना जताई जा रही है।
अधिसूचना जारी होने का इंतजार कर रहे दावेदार
वहीं चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे कई नेता अधिसूचना जारी होने का इंतजार कर रहे हैं, इसके मुताबिक वह अपनी आगे की रणनीति तय करेंगे। वहीं कई लोगों ने अपने परिवार की महिलाओं से लेकर आरक्षण की स्थिति के मद्देनजर करीबियों पर भी दांव खेलने की तैयारी कर ली है। टिकट को लेकर सबसे ज्यादा मारामारी भाजपा और प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी में देखने को मिल रही है। टिकट के लिए लोग अभी से वरिष्ठ नेताओं की परिक्रमा करने में जुटे हैं।