दिल्ली। 3 साल पहले Yes Bank को आर्थिक संकट से उबराने के लिए एसबीआई के नेतृत्व में बैंक के समूह ने यस बैंक में अरबों रुपये लगाए थे। इन बैंकों में SBI के अलावा आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, आईडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और एचडीएफसी शामिल हैं।
मार्च 2020 में कैपिटल इंफ्यूजन के समय लिए गए शेयरों का लॉक इन पीरियड 3 साल के लिए रख गया था। यानी यस बैंक में निवेश करने वाले बैंक अपने शेयर 3 साल के लिए बेच नहीं सकते थे।
ये लॉक इन पीरियड 13 मार्च 2023 को खत्म हो रहा है। यानि ये बैंक अब चाहें तो अपने शेयर बेच सकते हैं। एसबीआई ने बिकवाली के संकेत दिए हैं इसी वजह से स्टॉक्स में तेज गिरावट भी देखने को मिल रही है। स्टॉक बीते 2 सत्र में 7 फीसदी से ज्यादा टूट गया है। हालांकि ये भी संभावना है कि सभी स्टॉक्स एक साथ नहीं बिकेंगे, बैंक धीरे धीरे अपना पैसा निकालेंगे।
फिलहाल बैंकों के पास यस बैंक के 1038 करोड़ शेयर हैं। जो कि बैंक के कुल शेयरों का 36 फीसदी हिस्सा है। 2020 में कैपिटल इंफ्यूजन के समय लिए गए शेयरों का लॉक इन पीरियड 13 मार्च 2020 से से 3 साल के लिए रख गया है।