सात खंड सेल कि बहुत ही सरल परिभाषा देखने को मिलेगी
सात खण्ड सैल क्या है
सैलों का उपयोग डिजिटल उपकरणों जैसे कैलकुलेटर, डिजिटल घड़ियां, pH मीटर, पेट्रोल-डीजल के मीटर समेत कई डिजिटल वस्तुओं में किया जाता है। 0 से-9 तक के अंक प्रदर्शित करने में व्यापक रूप से होता है।
नेमेटिक द्रव क्रिस्टलों से बने इन सैलों में a से g तक सात खण्ड होते हैं। संख्याओं को पहले विद्युत संकेतों में परिवर्तित किया जाता है, फिर ये संकेत सैल में भेजे जाते हैं, जिससे उपयुक्त खण्ड में उपस्थित द्रव क्रिस्टल अपारदर्शी हो जाता है, और जब विद्युत संकेत हटा लिए जाते हैं तो द्रव क्रिस्टल फिर से पारदर्शी हो जाता है, इस प्रकार स्क्रीन पर बने 0 से 9 तक अंकों में से उपयुक्त अंक चमकते हैं।
दुसरे शब्दों में परिभाषा पढ़ने में ही याद हो जायेगी
सात खण्ड सैल
द्रव क्रिस्टलों का एक और महत्त्वपूर्ण उपयोग इनसे सात खण्ड सेल का निर्माण किया जाता है। डिजिटल तंत्रों में अंकों का प्रदर्शन करने के लिए भी व्यापक रूप से उपयोग में लाई जाने वाली महत्त्वपूर्ण युक्ति है। इसमें सात खण्ड सेल का व्यापक उपयोग होता है।
इन सेलों का उपयोग डिजिटल उपकरणों जैसे- कैलकुलेटर, डिजिटल घड़ियाँ, pH मीटर, पेट्रोल-डीजल के मीटर आदि में 0 से 9 तक के अंक को प्रदर्शन करने के लिए इस विधि / तकनीकी का उपयोग किया जाता है। नेमेटिक द्रव क्रिस्टलों से बने इन सैलों में a से g तक सात खण्ड होते हैं।
इसका उपयोग करने के लिए अंकों को बाइनरी कोड में बदलकर फिर डीकोडिंग किया जाता है। जिससे उपयुक्त खण्ड में उपस्थित द्रव क्रिस्टल अपारदर्शी हो जाता है और तब बाइनरी कोड के संकेत हट जाते हैं तो द्रव क्रिस्टल फिर से पारदर्शी हो जाता है।
इस प्रकार स्क्रीन पर बने 0 से 9 तक अंकों में से उपयुक्त अंक चमकते हैं।