दिल्ली। भारतीय बाजारों से सिक्कों की किल्लत जल्द ही खत्म होने वाली है। RBI क्यूआर कोड पर आधारित कॉइन वेंडिंग मशीन लॉन्च करने वाला है। इसे परीक्षण के तौर पर पहले देश के 12 शहरों के 19 स्थानों पर बड़े बैंकों के साथ साझेदारी में लॉन्च किया जाएगा। यह लेटेस्ट मशीन QR Code Based तकनीक पर काम करेगी।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को इसकी घोषणा की हैं। उन्होंने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के मिले रिजल्ट्स के आधार पर इन मशीनों के जरिए सिक्कों को लेकर बैंकों को दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
कैसे काम करेगी मशीन?
कॉइन वेडिंग मशीन्स ऑटोमैटिक मशीन होती है जो बैंक नोट्स की बजाय सिक्के निकालती हैं। आरबी आई गवर्नर के मुताबिक इसे यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए बैंक खाते से जोड़ा जाएगा। इस मशीन से सिक्के निकालने के लिए क्यूआर कोड स्कैन करना होगा और फिर यूपीआई के जरिए खाते से पैसे कटेंगे और उतने मूल्य के सिक्के बाहर निकलेंगे। कस्टमर्स अपनी मर्जी से जितनी चाहें और जिस रुपये का सिक्का निकालना चाहें, वो चुन सकते हैं।
12 शहरों से शुरू होगा प्रोजेक्ट
गवर्नर ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक पायलेट प्रोजेक्ट के तहत QR Code Based मशीन को पहले 12 शहरों में लगाएगी। इससे बाजार में सिक्कों की संख्या बढ़ेगी। शुरुआती चरण में आने वाली समस्याओं की समीक्षा होगी और उन्हें दूर करने के बाद देश तमाम शहरों में भी ये मशीनें लगाई जाएंगी।