चेन्नई: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें चलती ट्रेन में एक शख्स के साथ मारपीट की जा रही है। वीडियो को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि शख्स के हिंदी भाषा और प्रांत से ताल्लुक रखने को लेकर और इस सख्स जैसे लोगों द्वारा कथित तौर पर स्थानीय लोगों की नौकरी छिनने को लेकर यह हमला हुआ है।
इस वीडियो को भाजपा नेता ने शेयर किया है और इसे लेकर चिंता जाहिर करते हुए इस पर कार्रवाई की मांग की है। मामले में तमिलनाडु रेलवे पुलिस का भी बयान सामने आया है और वे इस पर कार्रवाई करने की बात कह रहे है।
वायरल हो रहे इस वीडियो में यह देखा गया है कि एक शख्स के साथ चलती ट्रेन के अनारक्षित डिब्बे में मारपीट की जा रही है। यह नहीं उसे कथित तौर पर गाली भी दी जा रही है और वीडियो को लेकर यग दावा किया जा रहा है कि शख्स के हिंदी प्रांत के होने के वजह से उस पर हमला हुआ है।
वीडियो में यह देखा गया है कि ट्रेन में यात्रा कर रहे एक शख्स ने उसके पास में खड़े एक यात्री से कथित तौर पर पूछता है कि वह तमिल है या हिंदी है। इस पर पीड़ित जवाब में ‘हिंदी, हिंदी’ कहता है। ऐसे में जैसे ही पीड़ित जवाब देता है आरोपी उस पर हमला कर देता है और उसे ट्रेन में ही गाली देने और मारने लगता है।
आरोपी के अन्य साथियों ने उसे मना किया और उसे रोका भी फिर भी वह नहीं रूका और मारपीट करता रहा, ऐसा दावा किया जा रहा है। दावा है कि आरोपी ने कथित तौर पर यह भी कहा है कि ऐसे प्रवासी श्रमिक राज्य में स्थानीय लोगों की नौकरी को छिन रहे है।
इस वीडियो को अभिनेता से नेता बने खुशबू सुंदर ने शेयर किया है और कहा है कि जब भाषाई रूढ़िवाद राजनीतिक आख्यान और सोशल मीडिया सामग्री पर हावी हो जाता है, तो ऐसा होना तय है। यही नहीं उन्होंने तमिलनाडु पुलिस से मामले में कार्रवाई करने की मांग भी की है।
ऐसे में घटना को लेकर रेलवे पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा है कि “तमिलनाडु की रेलवे पुलिस ने कानून के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। अपराध करने वालों को कानून के दायरे में लाया जाएगा।”