दिल्ली। चीन में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। IIT कानपुर के प्रोफेसर डॉक्टर मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि देश की 98 प्रतिशत जनसंख्या में कोरोना के विरूद्ध कुदरती लड़ने की शक्ति पैदा हो चुकी है।
वहीं कई लोगों की यह प्रतिरोधक कमजोर हो और कोई छोटी-मोटी लहर आ जाए। इसके साथ साथ भारत में परेशानी की कोई बात नहीं है। फिलहाल न तो टीके के बूस्टर शॉट की जरूरत है और न ही न्यू ईयर की पार्टियों, शादियों पर रोक लगाने की। टीक सिर्फ शॉर्ट टर्म सुरक्षा देता हैं। भारत को इसकी भी आवश्यकता नहीं है। क्रिसमस और न्यू ईयर की पार्टियां जारी रहनी चाहिए।
चीन के लिए खतरे की घंटी
चीन की 30 % जनसंख्या अब भी वायरस की पहुंच से दूर है। मतलब, आगे खतरा है। ओमिक्रान का नया रुप पूरी आबादी में फैलेगा। नए केस और बढ़ेंगे। करीब 90 % जनसंख्या के संक्रमित होने तक ऐसा ही चलता रहेगा। संक्रमण के प्रसार को सीरो-सर्वे से समझा जाता है। चीन का ऐसा कोई सर्वे उपलब्ध नहीं है। ओमिक्रॉन के वेरिएंट टीके से मिली प्रतिरोधक क्षमता को भेद देते हैं। जीरो-कोविड नीति से चीन सरकार के हटने के बाद महामारी का फैलना पहले से तय था।