Vidur Niti: महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक महात्मा विदुर भी थे। महाभारत युद्ध के पहले विदुर ने हस्तिनापुर के महाराजा धृतराष्ट्र को समझाने की काफी कोशिश की। इस दौरान महात्मा विदुर और महाराजा धृतराष्ट्र के बीच हुए वार्तालाप का संकलन ही विदुर नीति कहलाता है।
विदुर नीति में ऐसी बातों का उल्लेख किया गया है जिनका पालन करने से व्यक्ति कई तरह की परेशानियों से बच जाता है और तरक्की करता है। विदुर नीति में मानव उत्थान के बारे में बताया गया है।
ऐसे लोगों को न दें धन जिन पर हो संदेह : विदुर नीति के अनुसार, अपना धन किसी भी ऐसे व्यक्ति को नहीं देना चाहिए जिसके इरादों पर संदेह हो। ऐसा व्यक्ति आपके पैसों का गलत इस्तेमाल कर सकता है और आपको परेशानी में डाल सकता है।
ऐसे व्यक्ति होते हैं ज्ञानी: जिसे इज्जत मिले वह ख़ुशी से खिलता नहीं है, अपमान होने पर क्रोध नहीं करता है। ऐसे व्यक्ति को ज्ञानी कहते है, इन्हें हर काम में सफलता मिलती और हर जगह सम्मान पाते हैं।
सफलता के लिए मन पर रखें नियंत्रण: विदुर जी कहते है कि सफलता पाने के लिए मन परा नियंत्रण रखना आवश्यक होता है। जो अपने मन पर नियंत्रण नहीं कर पाता वह सफलता नहीं प्राप्त करा सकता है।
पूरे मन से किया गए काम में मिलती है सफलता : विदुर जी कहते हैं कि आधे-अधूरे मन से किये गए कार्य में सफलता नहीं मिलती है। किसी काम में सफलता तभी मिलती है। जब काम को पूरे मन से किया गया हो।