सब-इंस्पेक्टर ने घूस में मिले हजारों के नोट को चबाल लिया, लेकिन विजिलेंस की टीम ने रुपये उसके मुंह में अंगुलि डालकर उगलवा लिए। भैंस चोरी के मामले में ली गई रिश्वत में नकदी को छिपाने के लिए सब इंस्पेक्टर के पास चंद सेकेंड बचे थे, तो उसने जल्दबाजी में दो-दो हजार रुपये के दो-तीन नोट चबा लिए। उसे ऐसा करता देख पुलिस ने उसके मुंह में हाथ डालकर नोटों को मुंह से उगलवा लिए, इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे पुलिस को घूसखोरी के लिए दोषी ठहराने वाले सबूतों की कड़ी को फिर से हासिल करने के लिए सतर्कता टीम ने सब-इंस्पेक्टर महेंद्र पाल के मुंह से रुपये बाहर निकालने की कोशिश की।
सोमवार को फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में हुई इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। 1.38 मिनट की क्लिप में दो अधिकारियों को पाल से नकदी निकालने की कोशिश करते हुए दिखाया गया है, जबकि एसआई विरोध करता है, हाथापाई के रूप में नोटों को हठपूर्वक चबाता है। सब-इंस्पेक्टर जमीन पर है, जबकि अधिकारी उसके ऊपर खड़े हैं और उसे नकदी निगलने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
विजिलेंस की टीम के अनुसार, सेक्टर 3 स्टेशन पर तैनात पाल ने देशराज से 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिसने पिछले साल भैंस चोरी करने का मामला दर्ज कराया था। विवाद तब शुरू हुआ जब सेक्टर 3 निवासी शंभू यादव देशराज को 30 हजार रुपये में गाय बेचने को तैयार हो गया। देशराज ने 10,000 रुपये का भुगतान किया, लेकिन शेष राशि लंबित थी। इस दौरान देशराज की एक भैंस चोरी हो गई और वह यादव के पोते के शामिल होने का आरोप लगाते हुए पुलिस के पास पहुंचा।
दोनों पक्षों में हुए विवाद को निपटाने के लिए एसआई ने रिश्वत की मांग की। देशराज ने पाल को 6,000 रुपये का भुगतान किया था और वादा किया था कि वह बाकी का भुगतान करेगा। देशराज विजिलेंस टीम के पास पहुंचा और सारी बात बताई, विजिलेंस की टीम ने सब इंस्पेक्टर को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया और पकड़ लिया।
सोमवार को देशराज ने पाल को फोन किया और कहा कि वह बाकी के 4,000 रुपये देने को तैयार है। पाल, जो उस समय एक शादी समारोह में था, ने उसे कार्यक्रम स्थल पर आने के लिए कहा और जैसे ही घूस के पैसे दिए गए विजिलेंस की टीम आ धमकी और ये सब हुआ।