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FIFA World Cup 2022: क़तर सरकार ने FIFA फैन जोन के पास शिपिंग कंटेनर में टैंपरेरी कमरे बनाकर दर्शकों को रोकने वाली है। कमरे में 2 सिंगल बैड होने वाले है। जिसके साथ साथ टायलेट, मिनी फ्रिज, चाय-काफी बनाने की सुविधा भी होगी। कंटेनर इस तरह से डिजाइन है कि वर्ल्ड कप खत्म होने के उपरांत इसे किसी और काम में इस्तेमाल भी कर सकते है। एक दिन का किराया 200 पाऊंड होने वाला है। 4.75 डॉलर नॉर्मल काफी के लिए देने होंगे, जबकि 9.77 डॉलर में बुफे लंच मिलने वाला है।
- मकबूस – खाड़ी के लिए मकबूस वही है जो इंडिया में बिरयानी के नाम से पहचाना जाता है। इसे कतर का राष्ट्रीय व्यंजन कहा जाता है। इसे चिकन या मटन मिलाया जाता है।
- खुब्ज रेगा – खुब्ज रेगा पतली चपटी रोटी है जो आटे, पानी और नमक के मिश्रण के साथ बनाई जाती है। इसे एक बड़ी सपाट लोहे की प्लेट पर बनाते हैं जिसे कोयले से गर्म किया जा रहा है।
- थरीद – थरीद चिकन या भेड़ के बच्चे के स्टॉक और टमाटर सॉस का मिश्रण है जिसमें मौसमी सब्जियां आलू, गाजर, प्याज और छोले शामिल किए जाते हैं।
- हरीस – पीसा हुआ गेहूं रात भर भिगोकर रख दिया जाता है। सुबह इसे धीमी गति आंच पर 6 घंटे पकाया जाता है। बता दें कि इसके अंदर मेमने या चिकन के मिश्रित टुकड़े डाले जाते हैं।
- मद्रौबा – चावल को दूध और मक्खन में घंटों तक पकाया जाता है। यह हलवे की तरह लगता है। इसमें थोड़ी इलायची धीमी आंच पर पका हुआ मांस या चिकन डाला जाता है।
- बालालीत – दालचीनी, केसर और इलायची मीठी सेंवई में डालकर इसे मक्खन में बहुत देर तक पकाया जाता है। गुलाब जल डालकर इसे एक नमकीन आमलेट या तले हुए अंडे के साथ सर्व करते है।
- लुकाईमत – भारत में इसे गुलाब जामुन के नाम से पहचाना जाता है। फर्क सिर्फ इतना है कि इसे बनाने के बाद चीनी की चाशनी में नहीं डाला जाता। सर्व करते वक्त इसपर चाशनी डाली जाती है।