कानपुर। जिले से हैरान करने वाली एक खबर सामने आई है। कानपुर जिले के जूही लाल कॉलोनी में रहने वाली एक महिला ने पति और ससुराल वालों से परेशान होकर पांच दिसंबर को अपनी पांच साल की बेटी के साथ लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह करने की धमकी दी है।
महिला ने इस मामले में एक शिकायती पत्र किदवई नगर इंस्पेक्टर को भी दिया है। महिला का कहना है कि, उसकी शादी आठ मई 2016 को सिद्धार्थनगर के रहने वाले युवक से हुई थी। कुछ दिनों बाद ही उसे घर से निकाल दिया गया था। तब से ससुराल वाले परेशान कर रहे हैं। पुलिस से शिकायत की है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
महिला का सोशल मीडिया पर पत्र वायरल हो रहा है। महिला ने लिखा है कि, योगी जी, पति ने तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया है। आरोप है कि, ऊंची पहुंच होने की वजह से ससुराल वालों ने पिता और उसके भाइयों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा भी दर्ज करा दिया। पीड़िता ने महिला आयोग से लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल तक शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई।
जूही लाल कॉलोनी में रहने वाली पीड़िता के अनुसार, उसकी शादी आठ मई 2016 को सिद्धार्थ नगर के रहने वाले युवक से हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद पता चला कि, पति का पहले ही लखनऊ की एक लड़की से निकाह हो चुका है। आरोप है कि, पति जब लखनऊ जाता था तो उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही पद पर तैनात जेठ उसके साथ गलत हरकत करता था। जब जेठ की काली करतूतों के बारे में पति को बताया तो उसने कहा कि, जैसा वो कहे वैसा करो। पीड़िता ने यह बात अपने पिता को बताई तो वह ससुराल पहुंच गए। यहां जेठ ने पिता पर लाइसेंसी पिस्टल तान दी।
आरोप है कि, ससुरालवालों ने मुझे घर से निकाल दिया। उत्पीड़न की वजह से मानसिक संतुलन बिगड़ गया। पीड़िता को पिता ने किदवई नगर के एक अस्पताल में भर्ती कराया। दो महीने बाद पीड़िता ने एक बेटी को जन्म दिया। जब यह बात ससुरालवालों को पता चली तो उन्होंने बेटी को अपनाने से इनकार कर दिया। साथ ही तीन तलाक देकर संबंध ही खत्म कर लिया। इस मामले में पीड़िता के पिता ने किदवई नगर थाने में दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कराया।
ससुरालवालों ने ऊंची पहुंच के चलते सिद्धार्थनगर के भवानीगंज थाना, लखनऊ के अलीगंज और किदवई नगर थाने में पिता और भाइयों पर पांच मुकदमे दर्ज करवा दिए। परेशान पीड़िता ने पांच दिसंबर को मुख्यमंत्री आवास के बाहर पांच साल की बेटी के साथ आत्मदाह करने की धमकी दी है। पीड़िता ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। महिला का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।